दिल से रोये मगर होंठों पे मुस्कान रखी,
ये भी ना जाना कब किसी की ज़िन्दगी ने हमें रुला रखा है।
तेरे बिना जिन्दगी से कोई शिकवा नहीं,
शिकवा तो ये है कि तुझे याद भी नहीं किया।
रातें लम्बी होती जा रही हैं,
तेरे बिना हर रात तन्हा होती जा रही है।
दिल टूटा है उस एहसास की कहानी में,
जिन्दगी रो पड़ी है उस प्यार की दास्तानी में।
कितनी चाहत हैं तुझे, ये तू कभी सोच ना सकता,
मोहब्बत तो सिर्फ एहसास है, इसे रूप देना मैं कैसे सीख सकता।
रातें भर रोता रहा, दर्द की बहारों में,
दिन आया और खुदा ने हंसते हुए कहा,
“तू इतना ही बुरा है तो जिए क्यों है यारों में।”
छूटे ना कभी, ये चाहत हमारी,
पर किसी की ये मजबूत राहत हमारी।
दर्द भरी रातों में हौसला बना रखा है,
हर बारिश में तुझे साथ ले कर चला रखा है।
वक़्त बदलता है, लेकिन दर्द वही रहता है,
हम बदलते नहीं, बस मोहब्बत का इलाज ढूंढते रहते हैं।
रूठे या रब को माना कर,
ये जिंदगी तुझसे ये कहती रहेगी,
“हमेशा हमसे ही क्यों प्यार करता है?”
दिल के दर्द को आँसु में बहा लिया करते हैं,
हमने तो हर रिश्ते को खुदा से जुड़ा लिया करते हैं।
ख्वाबों में बिखरा हूँ, रातें बिता रहा हूँ,
तेरी यादों में हूँ, दिल को बहुत कुछ कहा रहा हूँ।
तू मेरी मुसीबत, तू ही मेरी राहत,
फिर क्यों हर बार मेरे सपनों को सजाती हैं रात?
दिल को छू जाती है वो मुस्कान तेरी,
मगर फिर भी दिल है रोता हर पल तेरी बेहानी में।
बड़ी तकलीफ होती है जब तक़दीर बदलती है,
फिर एक ही इंसान दोस्ती में रूठता है।
तेरे बिना ज़िंदगी बेहाल है, मेरी सारी रातें उदास,
फिर भी तू नहीं समझता, ये तेरी तासीर है खास।
अपनी मुसीबतों को छोड़ तेरी मुस्कान को देखा करता हूँ,
इसी बहाने खुद को हर बार बेहला करता हूँ।
दर्द ने मेरे दिल को छूने की कोशिश की है,
मैंने उसकी बातों में खो जाने की कोशिश की है।
रातें लम्बी होती हैं, दर्द बहुत है,
पर हर बार तेरी यादों में ही रातें बीती हैं।
दिल टूटा है, पर इश्क़ नहीं,
रूह जली है, पर आशा नहीं।
दिल की दहलीज़ में हमने इश्क़ की दास्तान पाई,
पर रिश्तों की राह में हमने बहुत दर्द और बेहरासी पाई।
रातें बहुत बीत चुकी हैं मेरी तन्हाई में,
पर हर रात एक नया ख्वाब मेरी उम्मीद को सजाती है।
दिल की गहराइयों से बहुत कुछ कहा जाता है,
पर जब तक़दीर ही कुछ और बोलती है, सब कुछ बेहस का सवाल है।
हमारी मोहब्बत एक कहानी बन गई है,
जिसमें हमने अपनी तक़दीर को खुद ही मिटा गए हैं।
ख्वाबों का हकीकत से मिलना बहुत मुश्किल है,
पर हर रात हम उन्हें अपनी आँखों में महसूस करते हैं।
बिछाए हैं राहों में ग़हरे दर्द के सागर,
इस मोहब्बत में हमने क़यामत की राह बढ़ाई है।
दिल में छुपा है एक गहरा दर्द,
जिसे बयान करना है मुश्किल, मगर झलक जाती है हर बात।
रात के अंधेरे में खो जाना है,
कहीं बीती बातों की यादों में रो जाना है।
छोड़ ना सके तुझे, मगर रोक भी ना सके,
इतनी मोहब्बत है तेरी, के दिल को बहुत रोका है।
इश्क़ में होने वाले दर्द को बयान करना,
जैसे क़लम को दर्द की जुबान देना है।
रातें लम्बी होती हैं, ख्वाबों में उबरती हूँ,
तेरे बिना जिन्दगी बेहाल है, मैं यही कहती हूँ।
इश्क़ ने बना दिया है एक नया आसमान,
मगर दिल को है एक पुराना ग़मां।
दर्द बना है मेरी तक़दीर का हिस्सा,
इसे सहना सिख रहा हूँ, हर वक़्त हर किसी के साथ।
ज़िंदगी की राह में बहुत कुछ है बाकी,
मगर इन दिल के दर्दों का कोई इलाज नहीं।
छुपाए हैं दिल के अंदर बहुत से राज़,
पर कहीं ना कहीं, सब कुछ छूपा नहीं सकते।
जिसे छूना ही नहीं था, वही मेरा होना है,
इश्क़ में हर कदम पे मेरा जीना है।
तेरी मुस्कान में है एक अलग सा जहां,
पर उस जहां को पाना है, बहुत कुछ खोना है।
दर्द की राहों में हमने मोहब्बत को पाया है,
पर फिर भी उसे हर कदम पे हारा है।
तेरी आँखों में छुपा है एक गहरा राज़,
जिसे समझना है, वहां तक पहुँचना है।
मोहब्बत की राहों में हमने बहुत कुछ खो दिया,
पर हर कदम पे हमने खुद को पा लिया है।
दिल की गहराईयों में छुपा है एक ख्वाब,
जिसे पूरा करना है, बहुत सारी रातें बीतानी हैं।
जीने की वजह है तेरी मुस्कान,
मगर जिन्दगी में हर कदम पे एक और दर्द बढ़ाना है।
इश्क़ के दर्द को सुलझाने में हमने,
अपने दिल को बहुत सारी रातें रोते हुए बीता लिया है।
रातें बीती जा रही हैं, दर्दों की बहारों में,
मगर दिन आया है और हमने फिर से मुस्कान सजाई है।
तेरी यादों की बहुत मीठी है मिठास,
पर इन मीठे लम्हों में है बहुत गहरा दर्द।
ज़िंदगी ने सिखाया है हर कदम पे,
इश्क़ का बोझ उठाना है, और फिर भी हर बार हार जाना है।
इश्क़ की राहों में हमने किए हैं बहुत खुदा से दुआएं,
पर कहीं ना कहीं, सब कुछ खो बैठे हैं हम उसी इश्क़ में।
दिल को है एक गहरा दर्द, बहुत सारा,
पर हर रात उसी दर्द में हमने अपने आप को खो दिया है।
इश्क़ ने किया है हमसे कुछ सीखाएं,
पर सीखा है इतना, के अब हम उसी सीख को भूलने का इरादा कर लिया है।
रातें बीती हैं, दर्दों की बहारों में,
पर हर सुबह उठते ही हमने नए उम्मीदों की तलाश में खोजा है।